उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए साल के अवसर पर गोरखपुर को 1533 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का तोहफा दिया। गुरुवार को जनता इंटर कॉलेज, चरगांवा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 1478 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और 53 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण किया।
शिलान्यास की गई परियोजनाएँ:
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर-लखनऊ राजमार्ग पर राप्ती नदी पर नए पुल (अप और डाउन स्ट्रीम), गोरखपुर-पिपराइच फोरलेन मार्ग, चारफाटक-असुरन फोरलेन मार्ग, और गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग के चौड़ीकरण जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं पर कुल 1479 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिससे क्षेत्र की सड़क कनेक्टिविटी बेहतर होगी और आवागमन में सुविधा बढ़ेगी।
लोकार्पित योजनाएँ:
मुख्यमंत्री ने चरगांवा स्थित राजकीय कृषि विद्यालय के नवीन प्रशासनिक भवन और किसान हॉस्टल का उद्घाटन किया। यह भवन कृषि प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा, जहाँ मास्टर ट्रेनरों, कर्मचारियों और प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। अब यहाँ 80 की जगह 200 लोग एक साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, नथमलपुर में क्षेत्रीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला का निर्माण और राप्ती नदी पर नौसढ़ से कालेसर तक 6 किमी तटबंध के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी लोकार्पित किया गया। तटबंध के निर्माण पर 10 करोड़ 27 लाख रुपये की लागत आई है।
मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएँ गोरखपुर के विकास में अहम योगदान देंगी। क्षेत्रीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा खाद्य पदार्थों और दवाओं की गुणवत्ता जांचने की सुविधा होगी। उन्होंने जोर दिया कि ये विकास कार्य न केवल सड़क कनेक्टिविटी को सुधारेंगे, बल्कि किसानों, युवाओं और आम नागरिकों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाने में सहायक होंगे।
सीएम योगी ने कहा, “हम गोरखपुर को विकास के नए आयामों तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये प्रयास प्रदेश के समग्र विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।”