
बिहार के मोकामा के नौरंगा-जलालपुर गांव में बुधवार को अचानक गोलियों की गूंज सुनाई दी, जिससे पूरा इलाका दहल उठा। गांव में दो गुटों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी हुई। इस घटना में बाहुबली नेता और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। हालांकि, अनंत सिंह को कोई चोट नहीं आई है, लेकिन घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। इस घटना के बाद नौरंगा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने इसे गैंगवार मानने से इनकार किया है। घटना को लेकर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
अनंत सिंह पर भी मामला दर्ज
इस फायरिंग की घटना में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें से एक पूर्व विधायक अनंत सिंह के खिलाफ भी है। पुलिस ने मोकामा के कुख्यात सोनू-मोनू गैंग और अनंत सिंह के समर्थकों के बीच हुई गोलीबारी में कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस का बयान
पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने इस घटना पर जानकारी देते हुए बताया, “मोकामा के नौरंगा गांव में दो गुटों के बीच गोलीबारी की सूचना मिली थी। पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सभी आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। घटना में किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है। एफएसएल टीम ने घटनास्थल की जांच की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब 15 राउंड गोली चली, लेकिन पुलिस को मौके पर केवल तीन राउंड के खोखे मिले हैं। फिलहाल जांच जारी है।”
अनंत सिंह का पक्ष
इस घटना पर अनंत सिंह ने भी अपनी बात रखी। उनके मुताबिक, कुछ गरीब ग्रामीण उनसे शिकायत करने आए थे कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने उनके घरों पर जबरन ताले लगा दिए और उन्हें बेघर कर दिया। अनंत सिंह ने कहा, “मैं शाम को गांव गया और अपने समर्थकों से कहा कि ताले खोलें और उन लोगों को बुलाएं, जिन्होंने यह हरकत की थी। जब मेरे समर्थक सोनू और मोनू के घर पहुंचे तो वहां हमला कर दिया गया। सोनू-मोनू के लोगों ने गोली चलानी शुरू कर दी, जिसके जवाब में मेरे लोगों ने भी फायरिंग की।” उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके एक समर्थक को गोली लगी है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।