मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर लखनऊ के परिवर्तन चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने नेताजी के देश के प्रति योगदान को याद करते हुए कहा कि नेताजी का जीवन साहस, निष्ठा और निस्वार्थ सेवा का प्रेरणास्त्रोत है।
मुख्यमंत्री ने नेताजी के जीवन और उनके विचारों पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि नेताजी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी और भारतवासियों के दिलों में देशभक्ति की अलख जगाई। उनका नारा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा”, आज भी हर देशवासी के लिए प्रेरणा बना हुआ है।
सीएम योगी ने कहा कि नेताजी की जयंती को हम ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मना रहे हैं, जो उनकी वीरता और त्याग का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2021 में नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस घोषित करना उनके प्रति देश की कृतज्ञता को दर्शाता है।
नेताजी का जीवन: साहस और निष्ठा की मिसाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी ने देशप्रेम के लिए अपनी सिविल सेवा की प्रतिष्ठित नौकरी को ठुकरा दिया, क्योंकि वह विदेशी शासन के अधीन कार्य नहीं करना चाहते थे। यह कदम न केवल उनके अटूट देशप्रेम को दर्शाता है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना। उन्होंने अपने जीवन में संसाधनों की कमी को कभी भी बाधा नहीं बनने दिया।
नेताजी के नारे और विचारों ने युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उनके प्रयासों से युवाओं के मन में ऐसी देशभक्ति जगी कि ब्रिटिश शासन को उन्हें नजरबंद करना पड़ा। लेकिन उनकी नजरबंदी भी उनके जुनून को रोक नहीं सकी। नेताजी ने विदेशों में जाकर भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्थन जुटाने में अहम भूमिका निभाई।
युवाओं को प्रेरित करने की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से नेताजी के आदर्शों को अपनाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को जाति, मजहब, भाषा और क्षेत्रीय सीमाओं से ऊपर उठकर राष्ट्रधर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए। नेताजी का जीवन हमें सिखाता है कि राष्ट्र के प्रति निष्ठा और समर्पण सबसे बड़ी सेवा है।
सीएम योगी ने युवाओं को अपने करियर से आगे बढ़कर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नेताजी का हर कदम, उनके आदर्श और उनकी निष्ठा हमें यह सिखाती है कि कठिनाइयों का सामना कैसे करना चाहिए और चुनौतियों को अवसरों में कैसे बदला जा सकता है।
राष्ट्रधर्म सबसे बड़ा धर्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा पखवाड़ा, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती से शुरू होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती तक चलता है, युवाओं को नई प्रेरणा और ऊर्जा प्रदान करता है। जाति, मजहब, भाषा और क्षेत्रीय भेदभाव से ऊपर उठकर हर नागरिक का सबसे बड़ा धर्म राष्ट्रधर्म होना चाहिए।
इस अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, अमरेश कुमार, विधान परिषद सदस्य इंजीनियर अवनीश सिंह, रामचंद्र प्रधान, अंगद सिंह, लालजी प्रसाद निर्मल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।