अमिताभ बच्चन को हिंदी सिनेमा का ‘महानायक’ कहा जाता है, और इस उपाधि को पाने के पीछे कई कारण हैं। बिग बी ने पांच दशकों से अधिक समय तक बॉलीवुड पर राज किया है और अपनी फिल्मों से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। उनकी उम्र 82 साल हो चुकी है, लेकिन उनकी ऊर्जा में कोई कमी नहीं आई है और वे आज भी लगातार फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। हालांकि उनके करियर में कुछ फिल्में असफल भी रही हैं, लेकिन 2018 में उन्होंने एक ऐसी फिल्म की, जिसके बाद दर्शकों ने खुद को सिर पकड़ते हुए पाया। इस फिल्म में उनके साथ तीन और बड़े सितारे थे, लेकिन सभी मिलकर भी फिल्म को सफलता की ऊंचाई तक नहीं पहुंचा सके।
किसी समय पर फिल्में प्रमुख रूप से स्टार्स के नाम पर ही चलती थीं, लेकिन हाल के वर्षों में दर्शकों ने यह दिखा दिया है कि उन्हें स्टार्स से ज्यादा एक अच्छी कहानी की तलाश रहती है। 2018 में आई फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ ने इस बदलाव को पूरी तरह से उजागर किया। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, आमिर खान, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शेख जैसे बड़े सितारे थे, लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई, तो यह साबित हो गया कि स्टार पावर भी केवल एक अच्छी कहानी के बिना फिल्म को सफल नहीं बना सकती।
फिल्म का बजट था 220 करोड़ रुपये, और इसके प्रचार-प्रसार पर भी बहुत खर्च किया गया था। हालांकि, जब यह फिल्म सिनेमाघरों में आई, तो दर्शकों को यह बिल्कुल निराशाजनक लगी। फिल्म ने किसी तरह से अपना बजट तो वसूल किया, लेकिन इसे आमिर खान और अमिताभ बच्चन की करियर की सबसे खराब फिल्म माना गया।
‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ की कहानी 1795 के कालखंड पर आधारित थी, जब भारत को हिंदोस्तान कहा जाता था, और भारतीय ठग्स के बारे में यह एक ऐतिहासिक काल्पनिक कहानी थी। इस फिल्म ने भारत में केवल 151.30 करोड़ रुपये का कारोबार किया और दुनियाभर में 330 करोड़ रुपये की कमाई की, लेकिन बावजूद इसके इसे फ्लॉप की श्रेणी में रखा गया। सोशल मीडिया पर आज भी इस फिल्म के मीम्स बनाए जाते हैं। इस फिल्म की असफलता के बाद आमिर खान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में माफी भी मांगी थी और कहा था कि वह अब अपने फैंस की उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए ही फिल्में बनाएंगे।

