प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर हाल ही में ‘गेम चेंजर्स’ शो में नजर आए, जहां उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्से साझा किए। इस दौरान उन्होंने अपने करियर के एक अहम फैसले का जिक्र किया, जो उनके पिता यश जौहर से जुड़ा था।
करण जौहर ने बताया कि उनके पिता ने 1990 में ‘अग्निपथ’ फिल्म बनाई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। हालांकि, इसे दर्शकों और आलोचकों से खूब सराहना मिली, अमिताभ बच्चन के अभिनय को बेहतरीन माना गया और फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला, लेकिन बावजूद इसके, यह व्यावसायिक रूप से असफल रही। इस असफलता से यश जौहर बेहद दुखी हो गए थे।
पिता की याद में लिया रीमेक का फैसला
जब करण जौहर से पूछा गया कि उन्होंने एक फ्लॉप फिल्म का रीमेक क्यों बनाया, तो उन्होंने इसका भावुक जवाब दिया। करण ने कहा, “मेरे पिता का दिल तब टूट गया था जब ‘अग्निपथ’ ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उन्हें इस फिल्म से बहुत उम्मीदें थीं। मैं उनके सपने को दोबारा पूरा करना चाहता था, इसलिए मैंने इस फिल्म का रीमेक बनाने का फैसला किया। मुझे उम्मीद थी कि यह फिल्म सफल होगी, और सौभाग्य से ऐसा हुआ भी।”
1990 की ‘अग्निपथ’ बॉक्स ऑफिस पर रही थी असफल
यश जौहर द्वारा निर्मित 1990 की ‘अग्निपथ’ का निर्देशन मुकुल आनंद ने किया था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने विजय दीनानाथ चौहान का यादगार किरदार निभाया था। मिथुन चक्रवर्ती, नीलम कोठारी, माधवी, आलोक नाथ जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में थे, जबकि डैनी डेन्जोंगपा ने खलनायक कांचा चीना का दमदार किरदार निभाया था।
फिल्म की कुल लागत 28 करोड़ रुपये थी, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर केवल 10 करोड़ रुपये ही कमा पाई। हालांकि, फिल्म की कहानी, डायलॉग और अभिनय को खूब सराहा गया, लेकिन व्यावसायिक रूप से यह असफल रही।
2012 का रीमेक बना सुपरहिट
22 साल बाद, 2012 में करण जौहर ने ‘अग्निपथ’ का रीमेक बनाया। इस बार मुख्य भूमिका में ऋतिक रोशन थे, जिन्होंने विजय दीनानाथ चौहान का किरदार निभाया। संजय दत्त ने विलेन कांचा चीना की भूमिका में शानदार प्रदर्शन किया, जबकि ऋषि कपूर ने रौफ लाला का किरदार निभाया। फिल्म में प्रियंका चोपड़ा मुख्य अभिनेत्री थीं और कैटरीना कैफ के आइटम सॉन्ग ने दर्शकों को खूब लुभाया।
इस फिल्म को बनाने में 71 करोड़ रुपये की लागत आई और इसने 120 करोड़ रुपये की जबरदस्त कमाई की, जिससे यह एक बड़ी हिट साबित हुई। इस तरह, करण जौहर ने अपने पिता के सपने को सफलतापूर्वक पूरा किया और ‘अग्निपथ’ को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

