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मशहूर अभिनेता का 66 की उम्र में निधन, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दी श्रद्धांजलि

प्रसिद्ध उड़िया अभिनेता उत्तम मोहंती का 27 फरवरी की शाम को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। उनके भतीजे ने अस्पताल से उनके निधन की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि मोहंती हाल ही में एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में गए थे, तभी उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इस पर उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि इलाज के बाद वह घर लौट आए, लेकिन कुछ दिनों बाद उनकी तबीयत फिर बिगड़ने लगी, जिसके चलते उन्हें भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके निधन की खबर फैलते ही उनके प्रशंसकों, शुभचिंतकों और फिल्म जगत की कई मशहूर हस्तियों ने सोशल मीडिया पर गहरा शोक व्यक्त किया।

लंबे समय से लीवर सिरोसिस से जूझ रहे थे

उत्तम मोहंती लीवर सिरोसिस की बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थे। उनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों की सलाह के बाद परिवार ने उन्हें एयरलिफ्ट कर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद, इलाज के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली।

प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित

उत्तम मोहंती को उड़िया फिल्म इंडस्ट्री में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए 1999 में जयदेव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, उन्हें 2012 में ओडिशा लिविंग लीजेंड अवार्ड और कई बार ओडिशा राज्य फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का सम्मान मिल चुका है।

पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा, “उड़िया फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता उत्तम मोहंती के निधन की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने उड़िया सिनेमा में जो छाप छोड़ी है, वह उन्हें हमेशा दर्शकों के दिलों में जिंदा रखेगी। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।” मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

150 से अधिक फिल्मों में किया अभिनय

उत्तम मोहंती ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1977 में उड़िया फिल्म “अभिमान” से की थी। इसके बाद उन्होंने “निझुम रतिरा साथी” (1979), “फूल चंदना” (1982), “झियाती सीता परी” (1983) और “डंडा बालुंगा” (1984) जैसी सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया। उनका करियर 150 से अधिक उड़िया फिल्मों तक फैला था। इसके अलावा, उन्होंने 30 बंगाली फिल्मों और हिंदी फिल्म “नया जहर” में भी काम किया। उन्होंने कुछ टीवी धारावाहिकों में भी अपनी अदाकारी का जादू बिखेरा, जिसमें “सारा आकाश” भी शामिल है।उनके परिवार में उनकी पत्नी अपराजिता मोहंती और बेटा बाबूशान मोहंती भी उड़िया फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित कलाकार हैं। उनके निधन से ओडिशा फिल्म इंडस्ट्री ने एक चमकता सितारा खो दिया है, जिसकी भरपाई मुश्किल होगी।

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