लखनऊ – सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद से मंदिर निर्माण शुरू होने का इंतज़ार हो रहा है लेकिन ये शुभ घड़ी आ गयी है आगामी 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी जाएगी।
अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम लगभग 3 घंटे का होगा.श्री राम के नाम ‘राम’ नाम का जो मुहूर्त है, वह भी 5 अगस्त को फलदायक बताया जा रहा है. यही वजह है कि इस शुभ मुहूर्त में भूमि पूजन किया जाएगा,सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री के साथ संघ प्रमुख मोहन भगवत ,गृह मंत्री अमित शाह ,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई गणमान्य हस्तिया इस पूजन में शामिल होंगी.
सूत्रों के मुताबिक श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन ठीक गर्भ ग्रह वाले स्थान पर होगा. जहां अभी तक श्री राम विराजमान थे। भूमि पूजन के लिए गर्भ ग्रह वाले स्थान पर नींव खोदी जाएगी. इस नींव में ही पांच ईटें स्थापित करके भूमि पूजन किया जाएगा. ये पांच ईंटे नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा नाम की होगी, जिनकी पूजा की जाएगी.
राम के भव्य राम मंदिर की भूमि पूजन को बनारस से आए हुए तीर्थ पुरोहित के अलावा देश के विभिन्न तीर्थों से आए तीर्थ पुरोहित द्वारा पुरे विधि विधान से संपन्न कराया जायेगा. नींव के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तांबे का एक कलश स्थापित करेंगे. मंदिर की भूमि पूजन में प्रयुक्त होने वाले इस ताम्र कलश में वैदिक रीति के मुताबिक गंगाजल के साथ-साथ सभी तीर्थों के जल को भरा जाएगा. इस कलश में औषधी पंचरत्न, जिसमें हीरा, पन्ना, मलिक, सोना और चांदी शामिल होंगे, रखे जाएंगे.