
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने होली के अवसर पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग होली के रंगों से परहेज करते हैं या उन्हें समस्या होती है, वे देश छोड़कर जा सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निषाद पार्टी, बीजेपी के साथ रहते हुए भी अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए रखेगी और निषाद समुदाय को संगठित करने के लिए लगातार प्रयास करती रहेगी। साथ ही, उनकी पार्टी समाज के हित में कार्य करने के अपने संकल्प पर अडिग रहेगी।
चुनाव को लेकर संजय निषाद ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी बीजेपी को मजबूत करने की दिशा में कार्य करेगी, क्योंकि निषाद समाज का समर्थन बीजेपी के साथ है। उन्होंने अस्थिरता फैलाने की किसी भी साजिश को नाकाम करने का भी दावा किया।
होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जुमा पढ़ने वाले भी गले मिलते हैं और होली मनाने वाले भी। यह दोनों ही अवसर खुशी बांटने और आपसी प्रेम को बढ़ाने के लिए होते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक लोग समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं और लोगों को गले नहीं मिलने देना चाहते।
संजय निषाद ने यह भी कहा कि खास वर्ग के लोग अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनते हैं, अपने घरों को रंगीन सजावट से संवारते हैं, फिर भी कुछ नेता रंगों को लेकर नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं।
होली के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब किसी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, तो वहां खुशहाली बढ़ती है। भारतीय संस्कृति में त्योहारों का उद्देश्य भी लोगों के बीच खुशी और आपसी भाईचारा बढ़ाना है। त्योहार एक ऐसा अवसर होता है जब लोग पुरानी कटुता को भूलकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम भारत जैसे देश में जन्मे हैं, जहां हर त्योहार में लोग एक-दूसरे से मिलकर खुशियां बांटते हैं।