भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा के तलाक का मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है। दोनों ने आपसी सहमति से तलाक की अर्जी दाखिल की है और चाहते हैं कि कोर्ट इस मामले में जल्द से जल्द फैसला सुनाए। हालांकि, फैमिली कोर्ट ने हिंदू मैरिज एक्ट के तहत तलाक के लिए निर्धारित छह महीने के कूलिंग-ऑफ पीरियड को पूरा करने का आदेश दिया था, लेकिन अब बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस फैसले को पलट दिया है और गुरुवार को इस मामले पर फैसला सुनाने का निर्देश दिया है।
क्या है पूरा मामला?
हिंदू विवाह अधिनियम के अनुसार, तलाक के लिए छह महीने का कूलिंग-ऑफ पीरियड अनिवार्य होता है। युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा ने फैमिली कोर्ट से इस अवधि को माफ करने की गुजारिश की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद यह मामला बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंचा, जहां जस्टिस माधव जामदार की अदालत ने फैमिली कोर्ट को युजवेंद्र चहल की आईपीएल में भागीदारी को ध्यान में रखते हुए तलाक की याचिका पर जल्द फैसला सुनाने का निर्देश दिया है। दोनों पक्षों ने हाई कोर्ट में अपील की थी, और जस्टिस जामदार ने उनके वकीलों की दलीलें सुनने के बाद यह आदेश पारित किया।
कब होगी सुनवाई?
युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा ने दिसंबर 2020 में शादी की थी, लेकिन पिछले कुछ महीनों से दोनों अलग-अलग रह रहे हैं। इस साल उन्होंने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दाखिल की और छह महीने के कूलिंग-ऑफ पीरियड से छूट की मांग की। हालांकि, फैमिली कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया था। अब बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस फैसले को पलटते हुए तलाक की प्रक्रिया को तेज करने का रास्ता साफ कर दिया है। मामले की अगली सुनवाई 20 मार्च 2025 को होगी, लेकिन उम्मीद है कि गुरुवार को ही दोनों के रिश्ते का अंतिम फैसला सुनाया जा सकता है।
तलाक की खबरों के बीच चर्चा
तलाक की खबरों के बीच युजवेंद्र चहल का नाम आरजे महविश के साथ जोड़ा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं और वे कई बार एक साथ देखे गए हैं। इस साल की शुरुआत में ही दोनों को एक होटल के बाहर साथ देखा गया था। इसके अलावा, उन्होंने क्रिसमस का जश्न भी एक साथ मनाया था। हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच के दौरान भी दोनों एक साथ मैच देखते हुए नजर आए थे। इन खबरों ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोरी है।

