
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (UP ATS) ने बुधवार को कानपुर आयुध कारखाने के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) को संवेदनशील और गोपनीय जानकारी लीक की थी।
जांच में सामने आया कि गिरफ्तार कर्मचारी कुमार विकास, जो कानपुर आयुध कारखाने में जूनियर वर्क्स मैनेजर के पद पर कार्यरत था, सोशल मीडिया के जरिए एक संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था। यह एजेंट ‘नेहा शर्मा’ नाम की फर्जी पहचान का उपयोग कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, कुमार विकास व्हाट्सएप के माध्यम से आयुध निर्माण से संबंधित गोपनीय दस्तावेज, मशीन लेआउट, उत्पादन चार्ट और कर्मचारी उपस्थिति रिकॉर्ड साझा कर रहा था।
गौरतलब है कि इससे पहले, 13 मार्च को फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित एक अन्य आयुध कारखाने के कर्मचारी रवींद्र कुमार को भी इसी तरह के जासूसी आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। रवींद्र से पूछताछ के दौरान ही एटीएस को कुमार विकास की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी।
लूडो गेमिंग ऐप बना संचार का माध्यम
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंट ने खुद को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) का कर्मचारी बताकर फेसबुक के जरिए कुमार विकास से संपर्क साधा। बातचीत के बाद दोनों ने मोबाइल नंबर साझा किए और फिर व्हाट्सएप पर संपर्क बनाए रखा।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गुप्त सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए लूडो गेमिंग ऐप का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि किसी को शक न हो। इसके बदले में आरोपी को वित्तीय लाभ भी दिया जा रहा था।
फिलहाल, यूपी एटीएस ने कुमार विकास को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या इस जासूसी नेटवर्क से और भी लोग जुड़े हुए हैं