भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसी अभिनेत्रियाँ हैं जो अपनी सादगी और स्वाभाविक सुंदरता के लिए जानी जाती हैं, लेकिन जब बात बिना मेकअप के पर्दे पर आने की हिम्मत रखने वाली, पारंपरिक परिधानों में नजर आने वाली और इंटिमेट सीन्स से परहेज करने वाली एक अभिनेत्री की होती है, तो एक ही नाम सबसे पहले दिमाग में आता है – साई पल्लवी।
साई पल्लवी सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक शानदार डांसर भी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत डांस रियलिटी शोज़ से की थी, लेकिन उनकी असली पहचान फिल्मों से बनी। दिलचस्प बात यह है कि फिल्मों में आने से पहले वह एक मेडिकल छात्रा थीं। उन्होंने जॉर्जिया के त्बिलिसी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की, लेकिन डॉक्टरी के बजाय अभिनय को अपना करियर बनाने का फैसला किया।
आत्मविश्वास और स्वाभाविक सुंदरता की मिसाल
साई पल्लवी सिर्फ अपनी एक्टिंग और डांसिंग के लिए ही नहीं, बल्कि अपने विचारों और सिद्धांतों के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने सुंदरता के बने-बनाए मानकों को स्वीकार करने के बजाय, आत्मविश्वास और प्राकृतिक सुंदरता को प्राथमिकता दी। यही कारण है कि उन्होंने एक मशहूर फेयरनेस क्रीम ब्रांड के 2 करोड़ रुपये के विज्ञापन को ठुकरा दिया। उनका मानना था कि गोरी त्वचा को खूबसूरती से जोड़ना सही नहीं है, और वे ऐसे किसी भी उत्पाद का प्रचार नहीं करना चाहती थीं, जो रंगभेद को बढ़ावा दे।
फिल्मी सफर और लोकप्रियता
साई पल्लवी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मलयालम फिल्म ‘प्रेमम’ से की थी, जिसमें उन्होंने ‘मलार’ नाम की एक शिक्षिका का किरदार निभाया। यह किरदार इतना लोकप्रिय हुआ कि उन्होंने रातों-रात दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली। इसके बाद उन्होंने ‘फिदा’, ‘मारी 2’, ‘काली’, ‘एनजीके’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया। उनकी प्रतिभा को सराहते हुए उन्हें IIFA अवार्ड्स और SIIMA अवार्ड्स सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
साल 2021 में, साई पल्लवी को फोर्ब्स इंडिया की 30 अंडर 30 सूची में शामिल किया गया, जिसमें उन्हें देश की सबसे होनहार और प्रेरणादायक युवा हस्तियों में गिना गया। उनकी यह यात्रा बताती है कि कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और सच्चे सिद्धांतों के साथ कोई भी अपनी अलग पहचान बना सकता है।

