
शनिवार देर शाम आगरा के आवास विकास सेक्टर-7 में एक बड़ा हादसा हो गया। दो दुकानों के बीच की दीवार को हटाने का काम चल रहा था, तभी अचानक पांच दुकानें ढह गईं। मलबे के नीचे नौ लोग दब गए, जिनमें दुकान मालिक भी शामिल थे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और करीब तीन घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान में सभी घायलों को बाहर निकाला गया।
इस दुखद घटना में दो सगे भाई—किशनचंद उपाध्याय और विष्णु उपाध्याय—की जान चली गई, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के वक्त इलाके में अफरा-तफरी मच गई और तेज धमाके की आवाज ने लोगों को दहला दिया। कुछ लोगों को तो यह भी लगा कि भूकंप आ गया है।
एटा कॉम्प्लेक्स में स्थित एक ऑटो पार्ट्स की दुकान के मालिक ने बताया कि उन्हें अचानक जोरदार धमाका सुनाई दिया और चारों तरफ धूल ही धूल छा गई, जिससे उन्हें लगा कि शायद कोई विस्फोट हुआ है। बाद में पता चला कि दुकानों की इमारतें गिर गई हैं। वहीं, स्थानीय निवासी विनीता ने बताया कि वे घटना के समय मौके से गुजर रही थीं और धमाके की वजह से उन्हें भूकंप जैसा अहसास हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले इस इलाके में शराब की दुकानें थीं, लेकिन एक अप्रैल से ठेके को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था। रात के समय इस इलाके में भीड़ ज्यादा होती थी। यदि हादसा रात को हुआ होता, तो बड़ी संख्या में जान-माल की हानि हो सकती थी।
हादसे के बाद पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया और सभी रास्तों पर बैरियर लगाकर ट्रैफिक रोक दिया। सेक्टर-4 और सेक्टर-1 की ओर से आने वाले वाहनों को भी डायवर्ट किया गया। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, जिससे राहत कार्य में बाधा आई। पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। फिलहाल आगरा पुलिस मामले की जांच कर रही है और मौके पर कार्रवाई जारी है।