
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मंगलवार सुबह पुलिस और तीन लोगों की हत्या के आरोपियों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाशों को पैर में गोली लगी है। दोनों को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फतेहपुर के एसपी धवल जयसवाल ने बताया कि अब तक इस सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड में चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है और आगे की कार्रवाई जारी है।
यह हत्याकांड सोमवार सुबह हथगाम थाना क्षेत्र के ताहिरापुर चौराहे पर हुआ था, जहां प्रधानी चुनाव को लेकर पुरानी रंजिश के चलते भाकियू नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और छोटे भाई रिंकू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने गांव के पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह सहित छह लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी के निर्देश पर दस पुलिस टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटाई गई थीं।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
खागा कोतवाली क्षेत्र में बदलुवापुर मोड़ के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी एक संदिग्ध ब्लैक स्कॉर्पियो दिखाई दी। जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसमें सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग में दो आरोपियों—सज्जन सिंह और पीयूष सिंह—को गोली मारकर घायल कर दिया। दोनों के पैर में गोली लगी और उन्हें अस्पताल भेज दिया गया।
बरामद हुए हथियार और अन्य सामान
एसपी के अनुसार, प्रेमनगर-बुधवन मार्ग पर बरकतपुर के पास हुई इस मुठभेड़ में आरोपियों के पास से दो तमंचे, कारतूस, मोबाइल फोन, ₹1,700 नकद और ब्लैक स्कॉर्पियो बरामद की गई है। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसे देखते हुए अखरी गांव में पीएसी और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
फतेहपुर जिले की यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि गांवों में चल रही राजनीतिक रंजिशों की गहराई को भी उजागर करती है।