बॉलीवुड में अक्सर वही अभिनेता सबसे ज्यादा सराहे जाते हैं जो हर तरह के किरदार में खुद को ढालने की क्षमता रखते हैं। दर्शकों को जब यह महसूस होने लगे कि अभिनेता परदे पर नहीं, बल्कि असल ज़िंदगी में वही इंसान है, तो समझिए कि उसने अभिनय में कमाल कर दिखाया है। ऐसे कलाकारों को इंडस्ट्री में सफल और बहुमुखी माना जाता है। पर एक ऐसा भी अभिनेता रहा जिसने इस आम सोच को ही पलट दिया।
आजकल के कलाकार एक ही जैसे रोल बार-बार करने से कतराते हैं, ताकि टाइपकास्ट होने से बच सकें। लेकिन जगदीश राज खुराना ने इस सोच के बिल्कुल विपरीत जाकर इतिहास रच दिया। उन्होंने करीब 144 फिल्मों में एक ही तरह का किरदार—एक पुलिसवाले का—इतनी बार निभाया कि इसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया।
जगदीश राज वो नाम हैं, जिन्होंने पुलिसवाले की भूमिका को इतना विश्वसनीय और सजीव बना दिया कि दर्शकों के ज़हन में पुलिस की छवि उन्हीं की तरह बनने लगी। ‘डॉन’, ‘जॉनी मेरा नाम’, ‘गैम्बलर’, ‘सीआईडी’, ‘वक्त’, ‘इत्तेफाक’, ‘सुहाग’, ‘रोटी’ जैसी फिल्मों में उनके किरदार को खूब सराहा गया। अपने अभिनय में इतनी सच्चाई और गंभीरता लाने वाले इस कलाकार ने पुलिस की वर्दी तक अपने लिए स्थायी रूप से सिलवा ली थी।
करीब 250 फिल्मों के अपने लंबे करियर में उन्होंने 144 बार पुलिसवाले की ही भूमिका निभाकर एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया। उनका यह समर्पण और जुनून ही था कि वे सिर्फ एक ही रोल में रहकर भी दर्शकों के चहेते बन गए।
उनकी बेटी अनीता राज ने भी फिल्मी दुनिया में कदम रखा और खूब नाम कमाया। ‘मेहंदी रंग लाएगी’ से शुरुआत करने वाली अनीता ने धर्मेंद्र जैसे बड़े सितारे के साथ कई हिट फिल्में दीं। ‘जमाना तो है नौकर बीवी का’ में उनकी और धर्मेंद्र की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया।
जगदीश राज का अभिनय के प्रति यह जुनून और खास पहचान इस बात का प्रतीक है कि अगर कलाकार अपने किरदार में पूरी ईमानदारी से उतर जाए, तो वो लाखों दिलों पर राज कर सकता है, फिर चाहे वह किरदार एक ही क्यों न हो। आज भी जब फिल्मों में पुलिस अधिकारी की बात होती है, तो सबसे पहले नाम उन्हीं का आता है – एक ऐसे अभिनेता का, जिसने एक किरदार को जीवन भर निभाकर उसे अमर कर दिया।

