कपूर परिवार की फिल्मी विरासत किसी परिचय की मोहताज नहीं है। चार पीढ़ियों से ये खानदान हिंदी सिनेमा को बेहतरीन कलाकार देता आ रहा है। हर दौर में इस परिवार से कई बड़े सितारे निकले हैं – जैसे रणबीर कपूर, करीना कपूर और करिश्मा कपूर। हालांकि, जहां कपूर खानदान के बेटे आमतौर पर फिल्मी दुनिया में कदम रखते आए हैं, वहीं बेटियों में ज़्यादातर ने इससे दूरी बनाए रखी। लेकिन इस चमकते-धमकते फिल्मी माहौल के बीच एक ऐसा बेटा भी है, जिसने ग्लैमर की दुनिया से पूरी तरह किनारा कर लिया।
ये हैं शम्मी कपूर के पोते – विश्वप्रताप कपूर। शम्मी कपूर ने 60 और 70 के दशक में अपनी रोमांटिक और एनर्जेटिक अदाओं से दर्शकों का दिल जीता। उनके बेटे आदित्य राज कपूर ने भी फिल्मों में हाथ आजमाया, लेकिन खास कामयाबी नहीं मिली। आदित्य के दो बच्चे हैं – एक बेटा और एक बेटी। बेटी तुलसी कपूर संगीतकार हैं, वहीं बेटा विश्वप्रताप पूरी तरह से बॉलीवुड से दूर रहे और एक अलग राह चुनी।
विश्वप्रताप का बचपन से ही फिल्मों में आने का कोई इरादा नहीं था। जब वो छोटे थे, तब उनके दादा शम्मी कपूर ने एक वेबसाइट बनाई थी, जिसमें उन्होंने परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी दी थी। उसमें विश्वप्रताप के बारे में लिखा था – “मेरा नाम विश्वप्रताप राज कपूर है, पर मुझे विशु भी कहते हैं। मेरा जन्म 18 अगस्त 1983 को ब्रीच कैंडी अस्पताल, बॉम्बे में हुआ। मेरे पापा का नाम आदित्य राज कपूर और मां का नाम प्रीति कपूर है। मैं बॉम्बे के मालाबार हिल में अपने परिवार के साथ रहता हूं। मैं बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल एसोसिएशन में पढ़ता हूं। मुझे कारें, कंप्यूटर, एयर राइफल शूटिंग और हवाई जहाज पसंद हैं। मैं कारों के स्केल मॉडल इकट्ठा करता हूं और भविष्य में किसी बड़ी कार कंपनी में टेस्ट ड्राइवर बनना चाहता हूं।”
इन शब्दों से ही साफ होता है कि विशु का झुकाव बचपन से ही टेक्नोलॉजी और विज्ञान की ओर था। उन्होंने अपने इसी जुनून को आगे बढ़ाया और अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन और यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस से पढ़ाई पूरी की। आज वे अमेरिका में एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। फिल्मी चकाचौंध से दूर, उन्होंने अपनी खुद की राह बनाई और कपूर परिवार की विरासत को एक नए क्षेत्र में आगे बढ़ाया।
उनकी छोटी बहन तुलसी कपूर ने भी अपनी अलग पहचान बनाई है। वो एक क्रिएटिव म्यूजिक कंपोजर और कलाकार हैं। वहीं पिता आदित्य राज कपूर ने अभिनय, निर्देशन और लेखन में हाथ आजमाया लेकिन बड़े सितारे नहीं बन सके। विश्वप्रताप ने तकनीकी दुनिया में नाम कमाकर दिखा दिया कि कपूर खानदान का हर सदस्य सिर्फ कैमरे के सामने ही नहीं, बल्कि दूसरे क्षेत्रों में भी चमक सकता है।

