1950 का दशक हिंदी सिनेमा का स्वर्णिम युग माना जाता है, और इसके कई कारण थे। इस दौर में कुछ ऐसी बेहतरीन फिल्में बनीं, जिन्होंने सिनेमा की दुनिया में एक नया मोड़ दिया। इसके साथ ही इस दशक में कई ऐसे कलाकार आए, जिनकी अदाकारी ने भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। विशेष रूप से इस दौर की दो प्रमुख अभिनेत्रियों, मधुबाला और मीना कुमारी, ने अपनी कला और खूबसूरती से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। इन दोनों अभिनेत्रियों के बीच एक समय गहरी दोस्ती थी, लेकिन एक खास व्यक्ति के कारण उनकी दोस्ती में दरार आ गई और यह दुश्मनी में बदल गई। तो कौन था वो शख्स, जिसने इन दोनों की दोस्ती को तोड़ा? आइए जानते हैं इस दिलचस्प कहानी को।
मीना कुमारी अपने समय की सबसे बड़ी अदाकाराओं में से एक थीं। उनके अभिनय और सुंदरता के लाखों दीवाने थे। उसी समय, मधुबाला भी अपनी अदाकारी और आकर्षण से बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री बन चुकी थीं। मधुबाला और मीना कुमारी की एक तस्वीर, जो फिल्मफेयर मैगजीन में छपी थी, उस दौर की वास्तविक सुंदरता का प्रतीक थी, क्योंकि उस समय की अभिनेत्रियाँ बिना ज्यादा मेकअप के भी अपनी खूबसूरती से सबका ध्यान आकर्षित करती थीं। दोनों अभिनेत्रियाँ अपनी अभिनय क्षमता और आकर्षण के कारण दर्शकों के दिलों पर राज कर रही थीं।
शुरुआत में दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी, लेकिन बाद में फिल्मों को लेकर दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई, और यह प्रतिस्पर्धा एक खास व्यक्ति की वजह से शुरू हुई। कहा जाता है कि मधुबाला को कमाल अमरोही से काफी लगाव हो गया था। फिल्म ‘महल’ की शूटिंग के दौरान मधुबाला और कमाल अमरोही के बीच नजदीकियाँ बढ़ गईं, और मधुबाला ने उनसे शादी करने की इच्छा जताई। लेकिन कमाल अमरोही पहले से शादीशुदा थे, और उनकी पत्नी कोई और नहीं, बल्कि मीना कुमारी थीं। मीना कुमारी को यह स्थिति बिल्कुल भी पसंद नहीं आई, और इससे दोनों के बीच मतभेद बढ़ने लगे।
इसके अलावा, मधुबाला और मीना कुमारी की ज़िन्दगी में कई समानताएँ थीं। दोनों ने बहुत कम उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और दोनों ही बीमारी के चलते बेहद कम उम्र में इस दुनिया से रुखसत हो गईं। बॉलीवुड ने दो बेहतरीन अभिनेत्री को खो दिया, जिनका योगदान आज भी याद किया जाता है।

