
तमिल फिल्म निर्देशक और अभिनेता एसएस स्टेनली का 15 अप्रैल, 2025 को चेन्नई में निधन हो गया। वे 58 वर्ष के थे और एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। उनकी मौत की खबर आते ही साउथ फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई। फिल्म इंडस्ट्री के लोग और उनके प्रशंसक सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। स्टेनली ने ‘रावणन’, ‘अंदावन कट्टलाई’, थलपति विजय की ‘सरकार’ और विजय सेतुपति की ‘महाराजा’ जैसी प्रमुख फिल्मों में अभिनय किया था। वे अपनी दमदार एक्टिंग और विविध किरदारों के लिए प्रसिद्ध थे।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘निर्देशक और अभिनेता एसएस स्टेनली का निधन हो गया है। ‘अप्रैल माधाथिल’ मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक थी।’ दूसरे ने पोस्ट किया, ‘एसएस स्टेनली का निधन हो गया, जिन्होंने ‘अप्रैल माधाथिल’, ‘पुधुकोट्टईयिलिरुंधु सरवनन’, और ‘मर्करी पूकल’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था। उनकी आत्मा को शांति मिले।’ डीटी नेक्स्ट के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार आज शाम वलसरवक्कम विद्युत शवदाह गृह में किया जाएगा।
अदाकारी और निर्देशन में अपनी पहचान बनाई
एसएस स्टेनली ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत प्रसिद्ध फिल्म निर्माता महेंद्रन और शशि के साथ की थी। एक दशक से अधिक समय तक सहायक निर्देशक के रूप में काम करने के बाद, उन्होंने 2002 में ‘अप्रैल माधाथिल’ के साथ निर्देशन की शुरुआत की, जो एक रोमांटिक कैंपस फिल्म थी और बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। इसके बाद 2004 में उन्होंने धनुष अभिनीत ‘पुधुकोट्टईयिलिरुंधु सरवनन’ फिल्म बनाई, जो सेमी-हिट रही।
निर्देशन में असफलता के बाद लिया ब्रेक
इसके बाद उन्होंने रवि कृष्ण और सोनिया अग्रवाल के साथ एक नई फिल्म की योजना बनाई, लेकिन फाइनेंशियल समस्याओं के कारण शूटिंग बीच में रोक दी गई और स्टेनली ने फिल्म निर्देशन से ब्रेक ले लिया। उन्होंने श्रीकांत के साथ ‘मर्करी पूकल’ जैसी दो फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी आखिरी निर्देशित फिल्म ‘किज़क्कु कदलकराई सलाई’ (2006) फ्लॉप हो गई, जिसके बाद उन्होंने निर्देशन छोड़ दिया। हालांकि, वे अभिनय में सक्रिय रहे और ‘पेरियार’ (2007) जैसी फिल्मों में दमदार भूमिकाएं अदा कीं। इसके बाद वे ‘रावणन’, ‘अंदावन कट्टलाई’, ‘सरकार’ और ‘महाराजा’ जैसी फिल्मों में भी नजर आए।