लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में 9 अप्रैल को एक बर्तन व्यापारी आशीष सिन्हा का शव उनके घर में फंदे से लटका मिला। पहले तो इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन अब यह मामला नया मोड़ ले चुका है। मृतक की मां और बहन ने उनकी पत्नी नेहा पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे हत्या करार दिया है। साथ ही पुलिस पर मामले को नजरअंदाज करने और आरोपियों को बचाने का आरोप भी लगाया है।
शास्त्रीनगर निवासी आशीष सिन्हा की बर्तन की दुकान आशियाना में पराग डेयरी के पास थी। वह सिकंदरपुर में अपनी पत्नी नेहा के साथ रह रहे थे। 9 अप्रैल को उनका शव घर में दुपट्टे से लटका मिला, जिसकी सूचना नेहा ने पुलिस को दी थी और इसे आत्महत्या बताया था।
हालांकि, आशीष की बहन अनीता और मां ने अब इस मामले में नया खुलासा किया है। उनका कहना है कि शव पर चोट के कई निशान थे, जिससे यह शक होता है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने यह भी कहा कि नेहा अक्सर पैसों को लेकर आशीष को परेशान करती थी, और पिछले एक महीने से दोनों एक ही घर में अलग-अलग कमरों में रह रहे थे।
परिजनों ने नेहा के अलावा उसके भाई और पिता को भी इस घटना में संलिप्त बताते हुए थाने में नामजद तहरीर दी है। उनका आरोप है कि बंथरा पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। अब देखना होगा कि जांच में क्या सच्चाई सामने आती है और क्या आशीष को न्याय मिल पाता है।

