अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर को मंगलवार को एक और ऐतिहासिक उपलब्धि मिली, जब इसके मुख्य शिखर पर धर्म ध्वज दंड को सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। यह महत्वपूर्ण कार्य वैशाख शुक्ल द्वितीया के शुभ दिन सुबह 6:30 बजे शुरू होकर करीब 8 बजे तक संपन्न हुआ। इस विशेष क्षण के साथ मंदिर के निर्माण कार्य ने एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया है।
ध्वज दंड की लंबाई 42 फीट और वजन लगभग 5.5 टन है। इसे दो भारी क्रेनों की सहायता से पहले सीधा किया गया और फिर एक टावर क्रेन की मदद से क्षैतिज रूप में मंदिर के मुख्य शिखर तक पहुँचाया गया। इस ध्वज दंड का करीब 10 फीट हिस्सा मंदिर के शिखर के भीतर स्थापित किया गया है। इसके साथ ही मंदिर की कुल ऊँचाई अब 201 फीट हो गई है।
इस जटिल तकनीकी कार्य को पूरा करने में लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और अहमदाबाद से आए विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा, व्यवस्थापक गोपाल राव सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्ति इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, 14 अप्रैल को मंदिर के मुख्य शिखर पर कलश की स्थापना की गई थी। अब जब धर्म ध्वज दंड की स्थापना हो चुकी है, तो अगले महीने मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की मूर्तियों की स्थापना होने की संभावना जताई जा रही है।
व्यवस्थापक गोपाल राव ने जानकारी दी कि आने वाले समय में मंदिर परिसर में स्थित छह अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों पर भी इसी प्रकार के धर्म ध्वज दंड स्थापित किए जाएंगे।

