सोमवार का दिन उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण रहा, जब राजधानी नई दिल्ली में आयोजित समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने प्रदेश की चार प्रतिष्ठित हस्तियों को ‘पद्म श्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन विभूतियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि उनका योगदान प्रदेश और देश की अमूल्य सांस्कृतिक, साहित्यिक और खेल विरासत का हिस्सा है।
इस वर्ष पद्म श्री से सम्मानित होने वालों में सुप्रसिद्ध चित्रकार, लेखक और शिक्षक डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल, उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, प्रख्यात लेखक एवं स्तंभकार हृदय नारायण दीक्षित, वैदिक विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और पैरा एथलेटिक्स के चर्चित कोच डॉ. सत्यपाल सिंह शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कला और शिक्षा के प्रति निःस्वार्थ समर्पण से भारतीय कला जगत में एक अमिट पहचान बनाई है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
वहीं हृदय नारायण दीक्षित के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी लेखनी भारतीय संस्कृति, दर्शन और जीवन मूल्यों की गहराई को दर्शाती है। उनके साहित्य ने राष्ट्रीय चेतना को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाई है।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को सम्मानित किए जाने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें भारतीय वैदिक परंपरा का प्रकाश स्तंभ बताते हुए कहा कि उन्होंने राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे ऐतिहासिक अवसरों के लिए शुभ मुहूर्त तय कर अपनी विद्वत्ता का परिचय दिया है।
पैरा एथलेटिक्स कोच डॉ. सत्यपाल सिंह को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके समर्पण और कठिन परिश्रम ने प्रदेश के साथ-साथ देश का भी नाम अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर ऊँचा किया है।
इन महान विभूतियों को सम्मानित किया जाना न केवल उनके योगदान की सराहना है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक शक्ति का प्रतीक भी है।

