दिल्ली पुलिस ने मध्य प्रदेश से तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर अंतरराज्यीय लुटेरों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह खासतौर पर बंद पड़े घरों को निशाना बनाकर कीमती सामान और नकदी की चोरी करता था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुरजीत सिंह (41), अनिल सिंह (32) और कीर्तन सिंह (24) के रूप में हुई है। तीनों पेशे से ताला-चाबी बनाने का काम करते थे और अपनी इसी कारीगरी का इस्तेमाल चोरी के लिए करते थे।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से 9 दोपहिया वाहन, सोने-चांदी के आभूषण और नकद समेत बड़ी मात्रा में चोरी का माल बरामद किया गया है। तीनों आरोपी इंदौर, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और पहले भी कई चोरी की घटनाओं में शामिल रहे हैं।
इस गिरोह का खुलासा उस वक्त हुआ जब 20 अप्रैल को दिल्ली के विजय विहार क्षेत्र में एक घर से 50,000 रुपये नकद और सोने के जेवर चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, मुखबिरों को लगाया गया और संदिग्धों की तलाश की गई। जांच में मिले सुराग पुलिस को महिपालपुर स्थित एक होटल तक ले गए। वहां करीब 50 होटलों की तलाशी लेने के बाद 28 अप्रैल को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी हर महीने दिल्ली आते थे और करीब दो हफ्ते तक चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। वे महिपालपुर में होटल का कमरा लेकर दिन में बंद घरों की रेकी करते थे और रात में स्थानीय दोपहिया वाहन चुराकर चोरी को अंजाम देते थे। वे अक्सर एक ही रात में 10 से ज्यादा घरों में सेंध लगाते थे और फिर चोरी का माल लेकर मध्य प्रदेश लौट जाते थे।
बरामद माल में 22,000 रुपये नकद, सोने की 10 चूड़ियां, दो हार, नौ अंगूठियां, सात जोड़ी झुमके और चार सोने की चेन शामिल हैं। इनके पास से ताले तोड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाला एक विशेष उपकरण भी मिला है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरजीत पर पहले से ही शस्त्र अधिनियम सहित 10 मामले दर्ज हैं, जबकि अनिल और कीर्तन के खिलाफ भी मध्य प्रदेश में चोरी के कई मामले दर्ज हैं। फिलहाल, पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है।

