उल्लू ऐप के सीईओ विभु अग्रवाल और एजाज खान को 9 मई को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के समक्ष पेश होना होगा। यह कदम ऐप के नए शो हाउस अरेस्ट के विवादित और वायरल कंटेंट के बाद उठाया गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है। शो में अश्लील सामग्री का आरोप लगाया गया है, और सोशल मीडिया पर इसकी बैन की मांग तेज हो गई है। यह नया मामला उल्लू ऐप के लिए एक और विवाद को जन्म दे रहा है, क्योंकि इससे पहले भी उनके कुछ शोज पर इसी तरह के आरोप लगाए जा चुके हैं।
हाउस अरेस्ट शो के वायरल क्लिप में दिखाया गया है कि होस्ट एजाज खान महिला प्रतिभागियों को अव्यवहारिक और यौन संबंधी बातों के लिए उकसाते हैं। इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि ऐसी अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाती है और उनके उत्पीड़न को बढ़ावा देती है। आयोग ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसी सामग्री अश्लील पाई जाती है, तो बीएनएस और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर सरकार से पूछा कि इस ऐप पर अब तक प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पहले भी स्टैंडिंग कमेटी में उल्लू ऐप और एएलटी बालाजी जैसे ऐप्स पर मौजूद अश्लील सामग्री के बारे में सरकार से जवाब मांगा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला।
इसके अलावा, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी इस क्लिप का संज्ञान लिया और आश्वासन दिया कि इस तरह के कंटेंट पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि समिति इस मुद्दे पर जल्द ही कदम उठाएगी। भाजपा युवा मोर्चा के बिहार प्रमुख बरुण राज सिंह ने ऐसे शो को बंद करने की मांग की है और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से मामले को देखने की अपील की है।

