बिहार में एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर सियासत गरमा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने राज्य में बढ़ते अपराधों और हालिया घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने सवाल किया है कि जब “डबल इंजन की सरकार” है, तो फिर अपराध बेलगाम क्यों हैं?
हाल ही में राज्य के अलग-अलग जिलों से हत्या, लूट, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। इन मामलों ने जनता में भय और असुरक्षा का माहौल बना दिया है।
“अगर केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार है, तो जनता को सुरक्षा और सुशासन मिलना चाहिए था, लेकिन जमीनी हालात इसके उलट हैं।”
“बिहार में प्रशासन नाम की चीज़ नहीं रह गई है। हर दिन हत्या और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार सिर्फ विज्ञापन में विकास दिखा रही है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस बल को राजनीतिक दबाव में काम करना पड़ रहा है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
हालांकि, सरकार का कहना है कि अपराध नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में DGP की अध्यक्षता में अपराध समीक्षा बैठक भी की गई थी, जिसमें सभी जिलों के अधिकारियों को सख्ती से कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सियासी संग्राम तेज हो गया है। एक ओर जहां सरकार प्रयासों का दावा कर रही है, वहीं विपक्ष इसे विफलता करार दे रहा है। जनता अब इन दावों और वादों के बीच सुरक्षा और न्याय की उम्मीद लगाए बैठी है।

