अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगगुरु रामदेव बाबा ने एक सशक्त संदेश देते हुए कहा कि योग केवल शरीर की तंदुरुस्ती का माध्यम नहीं, बल्कि विश्व शांति का आधार भी बन सकता है।
रामलीला मैदान में हजारों लोगों के साथ सामूहिक योग सत्र का आयोजन करते हुए रामदेव बाबा ने कहा , आज जब दुनिया आतंकवाद, युद्ध, तनाव और मानसिक अवसाद से जूझ रही है, तब योग ही वह मार्ग है जो समरसता, शांति और प्रेम का संचार कर सकता है।
उन्होंने बताया कि योग से न केवल शरीर निरोग रहता है, बल्कि मन शांत और चित्त स्थिर होता है। जब व्यक्ति अपने भीतर शांति का अनुभव करता है, तभी वह समाज और दुनिया को भी शांत बना सकता है।
रामदेव बाबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योग को वैश्विक मंच पर ले जाने के प्रयासों की सराहना की और कहा, संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करना, भारत की आध्यात्मिक विरासत की वैश्विक स्वीकृति का प्रमाण है।
बाबा रामदेव ने बताया कि अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कई देशों में अब योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाया जा रहा है। यह सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि ध्यान, अनुशासन और करुणा का दर्शन है।
अंत में उन्होंने अपील की कि हर व्यक्ति रोज़ कम से कम 30 मिनट योग जरूर करें, क्योंकि
“जब व्यक्ति शांत होगा, समाज शांत होगा और तभी विश्व में स्थायी शांति संभव होगी।”

