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राजा रघुवंशी हत्याकांड: सोनम का नार्को टेस्ट नहीं होगा, मेघालय पुलिस ने बताई अहम वजह

मध्य प्रदेश के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। इस मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। पीड़ित परिवार ने मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाहा का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी, लेकिन SIT ने इस मांग को ठुकरा दिया है। मेघालय पुलिस का कहना है कि सोनम और राज पहले ही अपने अपराध को स्वीकार कर चुके हैं। दोनों ने यह माना है कि वे एक-दूसरे से प्रेम करते थे और शादी करना चाहते थे। लेकिन सोनम के परिवार को ये रिश्ता मंजूर नहीं था, इसलिए सोनम की शादी राजा से करवा दी गई। इसी कारण दोनों ने राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची और हनीमून ट्रिप के दौरान उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने दावा किया है कि सोनम और राज ने हत्या की साजिश और वारदात की प्लानिंग का पूरा ब्योरा दे दिया है। पुलिस टीम ने क्राइम सीन का रिक्रिएशन भी करवाया, जिसमें आरोपियों ने पूरी घटना दोहराई। ऐसे में पुलिस को लगता है कि उनके पास पर्याप्त सबूत और कबूलनामे मौजूद हैं। इसलिए नार्को टेस्ट जैसी प्रक्रिया की कोई जरूरत नहीं है।
पुलिस ने यह भी कहा है कि नार्को टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कुछ सीमाएं तय कर रखी हैं , और ऐसे में जब सबूत पहले से ही मजबूत हों, तो इस प्रक्रिया की कोई ज़रूरत नहीं रह जाती। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि सोनम एक बिजनेस वुमन बनना चाहती थी। राज ने उसके सपनों को पूरा करने में मदद की और कई कंपनियां खोलकर उसे एक सफल भविष्य का सपना दिखाया। लेकिन जब सोनम की शादी राजा से हो गई, तो उसे लगा कि उसका सपना टूट जाएगा। फिर उसने राज के साथ मिलकर राजा को खत्म करने की साजिश रची। इस हत्याकांड में पुलिस अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। केस की जांच SIT और मेघालय पुलिस मिलकर कर रही हैं। पीड़ित परिवार अभी भी न्याय की आस में है, वहीं पुलिस का दावा है कि केस जल्द ही अपने मुकाम तक पहुंचेगा। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे देश का ध्यान खींचा है और अब सभी की नजरें कोर्ट की अगली कार्यवाही और पुलिस के अंतिम निष्कर्ष पर टिकी हैं।

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