जम्मू-कश्मीर के कटरा में एक भयानक प्राकृतिक आपदा ने तबाही मचा दी है। वैष्णो देवी मंदिर के यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। इस हादसे ने न केवल यात्रा मार्ग को प्रभावित किया है, बल्कि सड़कें, पुल और रेल सेवाएं भी ठप हो गई हैं, जिससे हजारों यात्री फंस गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित कटरा, जो माता वैष्णो देवी मंदिर का आधार शिविर है, वहां मंगलवार, 26 अगस्त को भारी बारिश और बादल फटने की घटना ने कहर बरपाया। वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर अर्धकुंवारी और बाणगंगा के पास भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। इस हादसे में अब तक 30 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें कई तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
भारी बारिश के कारण चिनाब नदी उफान पर है, जिससे कई सड़कें और पुल बह गए हैं। इस आपदा ने यात्रा मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया है, जिसके चलते वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। दूरसंचार सेवाएं भी बाधित हैं, जिससे फंसे यात्रियों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है।
बचाव कार्य में एनडीआरएफ, सीआरपीएफ और भारतीय सेना के जवान दिन-रात जुटे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की टीमें भी राहत कार्य में लगी हैं। अभी तक कई यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन कुछ लोग अभी भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अगले नोटिस तक यात्रा न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। कटरा में रेल सेवाएं रद्द होने से हजारों यात्री फंसे हुए हैं, और प्रशासन उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने में जुटा है।

