बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। यह घटना उस समय हुई जब भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के प्रति अभद्र टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान भाजपा के कुछ कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय में घुस गए, जहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका कड़ा विरोध किया। दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चले और कई गाड़ियों के शीशे भी तोड़े गए।
जानकारी के मुताबिक, दरभंगा में कांग्रेस नेता के मंच से पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की खबर पर भाजपा में भारी आक्रोश फैला। इसी आक्रोश के चलते पटना में सदाकत आश्रम के पास बीजेपी ने विरोध मार्च निकाला, जिसमें कई मंत्री और बड़े नेता शामिल थे। सदाकत आश्रम के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भिड़ंत के बाद हिंसा भड़क उठी।
BJP के मंत्री संजय सरावगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा के प्रदर्शनकारियों ने उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की। घटना में कई कार्यकर्ता घायल हुए जिनमें से कई को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पटना पुलिस ने भारी संख्या में अधिकारी तैनात कर दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति को काबू में किया।
इस घटना से बिहार चुनाव की सियासी हवा और गरम हो गई है। राज्य के कई नेताओं ने इस घटना की निंदा की है, जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर देश के प्रति असम्मान का आरोप लगाया है।
यह विवाद और हिंसा सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है, जहां मुठभेड़ के वीडियो वायरल हो रहे हैं और दोनों पक्षों के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।

