रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस पवित्र अवसर पर मुख्यमंत्री ने माता रामचंडी के चरणों में पूजा-अर्चना की और राज्यवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। साथ ही मुख्यमंत्री ने समाज और क्षेत्र के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य सरकार सुशासन, पारदर्शिता और विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ को और अधिक समृद्ध, सुरक्षित तथा विकसित बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने क्षेत्रीय विकास के लिए अनेक योजनाओं को क्रियान्वित करने का भरोसा दिलाया और कहा कि स्थानीय समुदाय के सहयोग से ही शासन की कार्यवाही सफल हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कोलता समाज के कल्याण और सामाजिक उन्नति के लिए विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा में सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 25 लाख रुपये की धनराशि अविलंब जारी करने की घोषणा की। इसके अलावा झगरपुर में सामुदायिक भवन के लिए भी 25 लाख रुपये आवंटित किए गए। यह कदम स्थानीय समुदाय को सामाजिक कार्यक्रमों और सामूहिक गतिविधियों के लिए आवश्यक स्थान उपलब्ध कराने में सहायक होगा।
श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण था। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु और क्षेत्र के लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री साय ने मंदिर और धर्मस्थलों की सुरक्षा, विकास तथा धार्मिक अनुष्ठानों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के सहयोग को भी सुनिश्चित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी स्तरों पर विकास कार्य कर रही है जिसमें ग्रामीण इलाकों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करना प्रमुख है। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क निर्माण, जलापूर्ति और बिजली जैसे क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने की बात कही। साथ ही उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को जनता के नजदीक जाने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान निकालने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का कोलता समाज के कार्यक्रम में आगमन और उनकी घोषणाएं क्षेत्र के सामाजिक-सांस्कृतिक और विकासात्मक माहौल को गति देंगी। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के लोगों के सुख-समीृद्धि की कामना के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिचय मिला। इस प्रकार यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक उत्सव था बल्कि सामाजिक एकता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी रहा।
छत्तीसगढ़ की जनता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के इस प्रयास और उनके नेतृत्व में प्रदेश के बेहतर भविष्य की उम्मीद लगाए हुए है।

