लखनऊ – यूपी के लोगो को अपने हुनर को आज़माने और फिल्मो में काम की तलाश के लिए अब मुंबई नहीं जाना पड़ेगा,उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी बनाने को लेकर सिनेमा जगत की बड़ी हस्तियों से चर्चा की. इस दौरान सभी ने एक सुर में सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और आगे बढ़कर खुद हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया.
बैठक में दिग्गज कलाकार, निर्माता-निर्देशक सहित तमाम लोग उपस्थित थे. अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सहित कई दिग्गजों के साथ मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित फ़िल्म सिटी के स्वरूप पर विस्तार से विमर्श किया.
बैठक में आये निर्माता निर्देशकों का कहना है की यूपी की फ़िल्म सिटी यूपी में तो होगी लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी. यह ताजमहल की तरह ही दुनिया भर को आकर्षित करने वाली हो. इसकी स्थापना की पहली बैठक में आमंत्रित कर योगी जी ने हमें इतिहास में दर्ज कर दिया. योगी जी के इस सपने को साकार करने में अगर मैं भी भागीदार हो सका तो यह मेरा सौभाग्य होगा.
अभिनेता परेश रावल ने कहा कि बहुत स्वागतयोग्य कदम है. योगी जी यह स्वप्न पूरा भी करेंगे, मुझे विश्वास है. फ़िल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी. यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा.
अभिनेता मनोज जोशी ने कहा कि अद्भुत और अनुपम प्रयास है. यह फिल्म सिटी पंजाबी, बंगाली, हिंदी, सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी. इसे इको-फ्रेंडली बनाने की कोशिश हो. आज ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी पट्टी की कहानियां छायी हुई हैं. आज 70 फीसदी टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के हैं. रंग कर्म में यूपी अत्यंत समृद्ध है. इन सभी को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में यह नवीन फ़िल्म सिटी अत्यंत उपयोगी हो सकती है. यह प्रदेश के औद्योगिक, पर्यटन विकास को नई दिशा प्रदान करने वाली होगी.
गायक उदित नारायण ने कहा कि योगी जी ने बहुत कम समय में बहुत खूबसूरत काम किया है. ऐसे में फ़िल्म सिटी की घोषणा से हम सभी का उत्साहित होना लाजिमी है. मैं 40 साल फ़िल्म जगत का हिस्सा रहा हूं. योगी जी के इस बड़े सपने को साकार करने में अगर मैं भी कुछ योगदान कर सका तो जीवन को धन्य समझूंगा.
फिल्म निर्माता ओम राउत ने कहा कि बहुत शानदार विजन है. हम इस फ़िल्म सिटी में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन आदि की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी कर सकें, तो बेहतर होगा. यूपी में अब भी फिल्मों का प्रसार बहुत कम है. थियेटर कम हैं. यहां विकास की बहुत संभावना है. यूपी की यह फ़िल्म सिटी नई प्रतिभाओं को मंच देने वाली होगी.
इस दौरान फ़िल्म निर्देशक संघ के अध्यक्ष अशोक पंडित ने कहा कि फ़िल्म सिटी के निर्माण में फ़िल्म जगत के लोगों को शामिल करने की सोच योगी जी की सकारात्मकता का प्रतीक है. प्रोड्यूसर, टेक्नीशियन, एक्टर, हमारी इंडस्ट्री के इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं. इनका इनवॉल्वमेन्ट होना, इस बड़े प्रोजेक्ट के सफल होने की गारंटी है. योगी जी के विजन ‘बियांड द ग्लोब’ रहा है. निश्चित ही यह फिल्म सिटी भी इसी विचार का प्रतिबिंब होगी. हमारी पूरी इंडस्ट्री कंधे से कंधा मिलाकर आपके सपने को पूरा करने के लिए तैयार है.
बैठक में शामिल तमिल सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी और फ़िल्म निर्माता सौंदर्या ने कहा कि भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है. आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है. योगी जी अगर इस दिशा में कोशिश हो, तो बड़ी सुविधा होगी. विजयेंद्र प्रसाद, निर्देशक ने कहा कि योगी जी में बहुत क्षमता है. इन्होंने जो कार्य सोचा है वह ज़रूर कर सकेंगे. मेरे योग्य कोई कार्य हो, तो खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा.