
पश्चिम बंगाल – पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बड़ी जीत हासिल की वही विपक्ष पूरी तरह से धराशायी हो गया हलाकि विपक्ष की मांग वोट से छेड़छाड़ और हिंसा के आरोपों ने एसईसी ने 696 सीटों पर पुनर्मतदान का आदेश देने के लिए दिया।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023 में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भारी जीत की ओर अग्रसर दिख रही है. बीती रात भर हुई मतपत्रों की गिनती में टीएमसी को राज्य चुनाव आयोग ने अब तक घोषित परिणामों में अजेय बढ़त दे दी है.एसईसी के अनुसार, सत्तारूढ़ टीएमसी ने बुधवार सुबह 8 बजे तक 34,359 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल कर ली है. साथ ही 752 सीटों पर आगे चल रही है.
हालांकि, मतगणना काफी हद तक शांतिपूर्ण रही, लेकिन छिटपुट घटनाओं के कारण भांगर में बम फेंके गए, जहां चुनाव से पहले कई मौतें हुई थीं. मंगलवार की रात अनियंत्रित भीड़ पर केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस द्वारा गोलीबारी की गई, जिसके चलते आईएसएफ समर्थकों और एक आईपीएस अधिकारी सहित पुलिसकर्मियों को चोटें आईं.
टीएमसी ने अब तक घोषित सभी 554 जिला परिषद नतीजों में भी जीत हासिल की है और 201 अन्य पर आगे चल रही है. इसके विपरीत बीजेपी ने 19 सीटें जीत ली हैं और 7 सीटों पर आगे चल रही है. 8 जुलाई को हुए पंचायत चुनावों में हुई हिंसा में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 11 सत्तारूढ़ दल टीएमसी के थे. पिछले महीने चुनावों की घोषणा होने के बाद से चुनाव संबंधी हिंसा में मरने वालों की संख्या 33 हो गई है, जिसमें से 60 प्रतिशत मौतें सत्ताधारी पार्टी को हुई हैं.
विभिन्न दलों की ओर से वोट से छेड़छाड़ और हिंसा के आरोपों ने एसईसी को 696 सीटों पर पुनर्मतदान का आदेश देने के लिए मजबूर किया, जो कमोबेश शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. कलकत्ता हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के कारण चुनाव और मतगणना दोनों दिनों में केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती देखी गई.