लखनऊ – केजीएमयू की जांच में चीन व दक्षिण कोरिया की कोरोना किट फेल हो गई हैं। ट्रॉयल के लिए आई इन किट का इस्तेमाल भर्ती मरीजों की जांच में किया गया। पॉजिटिव मरीजों को किट ने नेगेटिव करार दिया। जबकि बाद एलाइजा जांच में मरीज पॉजिटिवि मिले। इसके बाद केजीएमयू ने दोनों देशों की किट को चलन में लाने की मान्यता नहीं दी। अब इसकी सूचना ICMR को दी जाएगी और वो इसे अस्वीकृत करेगी।
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को कोविड-19 जांच में इस्तेमाल होने वाली किट को मंजूरी व सत्यापन के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में चिन्हित किया है।
डॉ. एमएलबी भट्ट ने बताया कि केजीएमयू भारत में कोरोना की जांच में इस्तेमाल की जानी वाली किट की गुणवत्ता को मान्यता देने का भी काम करेगा। यदि किट जांच में सभी मानकों को पूरा करेंगी तो उसे मान्यता दी जाएगी। यदि किट उपयुक्त नहीं होंगी तो इसकी सूचना आईसीएमआर और संबंधित कंपनी को दी जाएगी।
केजीएमयू को स्टेट मेंटर भी बनाया गया है और अबतक केजीएमयू ने 7 जगहों को टेस्ट करने की अनुमति दी है, अब यूपी में कुल 20 जगह कोरोना के टेस्ट हो रहे हैं। अभी 5000 टेस्ट हो रहे हैं यूपी में , आने वाले दिनों में इसे 10000 तक ले जाने को लेकर लगातार काम चल रहा है।