उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीडब्ल्यूडी की सड़क पर बुलडोजर चलाने के मामले में सीएम की सख्ती के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। पीडब्ल्यूडी की सड़क पर बुलडोजर चलाने वाले आरोपियों से ही आकलन के बाद नुकसान की वसूली की जाएगी। नुकसान के आकलन की रिपोर्ट डीएम को सौंप गई है। पुलिस ने भी एक्शन लेते हुए जेसीबी चालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि खुद को भाजपा विधायक का प्रतिनिधि बताने वाला मुख्य आरोपी जगबीर सिंह अभी फरार है। फिलहाल प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई के बाद से हड़कंप बचा हुआ है।
दरअसल बदायूं दातागंज स्टेट हाईवे पर करोड़ो की कीमत से चौड़ीकरण का काम चल रहा था। सड़क बनाने वाली फॉर्म शकुंतला इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर ने शिकायत में 5% रंगदारी के तौर पर कमीशन मांगने की बात कही थी। रंगदारी न मिलने पर खुद को भाजपा विधायक वीर विक्रम सिंह प्रिंस का प्रतिनिधि बताने वाले जगबीर सिंह ने अपने 15-20 साथियों के साथ मिलकर पीडब्ल्यूडी की लगभग आधा किलोमीटर सड़क को बुलडोजर चलाकर खोद डाला था। इसके अलावा लगभग 1 किलोमीटर तक सड़क में कई जगह पर गड्ढे किए गये थे। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के बाद सीएम योगी ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी ने नुकसान का आकलन किया है। जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है।सड़क उखाड़ने वाले आरोपियों से ही वसूले जाएंगे।
पुलिस ने भी तेजी से कार्रवाई करते हुए जेसीबी चालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जेसीबी को भी कब्जे में ले लिया है। खुद को भाजपा विधायक का प्रतिनिधि बताने वाला मुख्य आरोपी जगबीर सिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। फिलहाल पुलिस जल्दी सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बात कर रही है।