लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को साधने के लिए यूपी में जाति जनगणना का मुद्दा तलाशेगी. गुरुवार को बीजेपी के केंद्रीय मुख्यालय में गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी के पिछड़ा वर्ग के प्रमुख नेताओं की बैठक होगी. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी भी शामिल होंगे.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटें और 60 फीसदी वोट जीतने का लक्ष्य रखा है. 2014 के बाद से राज्य में बीजेपी की जीत में पिछड़ा वर्ग वोट बैंक का सबसे बड़ा योगदान रहा है. आगामी चुनाव में भी पार्टी पिछड़े वर्ग का वोट बैंक बरकरार रखे बिना अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर सकती.
वहीं, प्रदेश में समाजवादी पार्टी पीडीए के नाम पर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है. साथ ही भारत गठबंधन को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है. उधर, सपा, कांग्रेस, बसपा समेत बीजेपी की सहयोगी अपना दल, सुभासपा जातीय जनगणना कराने की मांग कर रही हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक जातीय जनगणना का मुद्दा पिछड़े वर्ग के वोट बैंक पर असर डाल सकता है.