अलीगढ – लॉकडाउन में किसी भी बड़े आयोजन पर रोक लगी हुई है जिसको लेकर फूलों की डिमांड खत्म हो गई है। पिछले दो माह से ऑर्डर न मिलने से हताश होकर अतरौली तहसील क्षेत्र के गांव खेड़िया में एक किसान ने जरवेरा फूलों की बगिया ही उजाड़ दी। किसान ने करीब 60 लाख की लागत से पॉलीहाउस में जरवेरा फूलों की खेती शुरू की थी। अतरौली तहसील क्षेत्र गांव खेड़िया निवासी रिटायर डिप्टी एसपी अनिल कुमार राघव ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजनांतर्गत वर्ष 2018-19 में नेचुरली वेंटीलेटिड पॉलीहाउस की शुरुआत की थी।
इस परियोजना पर 58.16 लाख रुपये खर्च हुए थे। इस पर 50 फीसदी अनुदान मिलता है। लगभग चार हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जरवेरा फूलों का उत्पादन शुरू किया। जरवेरा के एक फूल की कीमत 250 से 300 रुपये तक है। अनिल कुमार के मुताबिक जरवेरा फूलों की सबसे ज्यादा डिमांड दिल्ली और नोएडा में रहती है। लॉकडाउन से पहले रोजाना दिल्ली मंडी में फूलों की सप्लाई होती थी, लेकिन अब ऑर्डर आना ही बंद हो गया है। इसके चलते पॉलीहाउस में पौधों पर खिले खिले फूल सूखकर मुरझाने लगे तो शुरुआत में उन्हें तोड़कर फेंक दिया। अब फूलों का ऑडर मिलने की उम्मीदें ही खत्म हो गई है तो पूरी बगिया को ही उजाड़ दिया है।