केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र पुलिस की प्रमुख आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को उनके पद से तत्काल हटाने का निर्देश दिया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की शिकायतों के मद्देनजर आयोग ने डीजीपी महाराष्ट्र के पद से रश्मि शुक्ला का तुरंत स्थानांतरण करने का आदेश दिया है। साथ ही मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि महाराष्ट्र कैडर के अगले वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारी को तुरंत डीजीपी का कार्यभार सौंपा जाए। इसके अतिरिक्त, मुख्य सचिव से मंगलवार दोपहर 1 बजे तक डीजीपी पद के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का पैनल भी भेजने का निर्देश दिया गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पहले ही राज्य में चुनाव की घोषणा के दौरान हुई समीक्षा बैठकों में अधिकारियों को निष्पक्ष और गैर-पक्षपाती रहने की सख्त हिदायत दी थी। इसी के तहत, डीजीपी रश्मि शुक्ला पर लगे निष्पक्षता की कमी के आरोपों को देखते हुए चुनाव आयोग ने उनके स्थानांतरण का निर्णय लिया है।
कांग्रेस पार्टी ने आयोग के इस फैसले का स्वागत किया है। विपक्ष के नेता विजय वाडेतिवार का कहना है कि इससे स्पष्ट हो गया है कि महागठबंधन सरकार ने बेईमानी की है। वाडेतिवार ने सवाल उठाया कि आखिर महायुती सरकार ने गंभीर आरोपों का सामना कर रही रश्मि शुक्ला के कार्यकाल को क्यों बढ़ाया था। उन्होंने कहा कि सरकार ने विधानसभा चुनाव में पारदर्शिता सुनिश्चित न हो, इसके लिए उन्हें एक्सटेंशन दिया। उनका कहना है कि इससे यह भी साफ हो गया कि इस सरकार ने असंवैधानिक तरीके से अपनी पसंद के अधिकारियों को पदों पर बनाए रखा और सत्ता का दुरुपयोग किया।