गुजरात के कच्छ में शनिवार (4 जनवरी 2024) को शाम 4:37 बजे 3.8 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ। न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र कच्छ के दुधई के पास था। इससे पहले, नये साल के पहले दिन (1 जनवरी 2024) कच्छ में 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें न तो कोई हताहत हुआ और न ही संपत्ति का नुकसान हुआ। यह भूकंप सुबह 10:24 बजे आया था, और इसका केंद्र भचाऊ से 23 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व में स्थित था।
पिछले कुछ दिनों में भचाऊ के आसपास कई भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप अनुसंधान संस्थान (ISR) के अनुसार, 23 दिसंबर 2024 को कच्छ जिले में 3.7 तीव्रता का और 7 दिसंबर को 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था। 18 नवंबर 2024 को कच्छ में 4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, वहीं 15 नवंबर को उत्तर गुजरात के पाटन में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था।
गुजरात भूकंप के लिहाज से उच्च जोखिम वाला क्षेत्र है। गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (जीएसडीएमए) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 200 वर्षों में गुजरात में नौ बड़े भूकंप आए हैं। जीएसडीएमए के अनुसार, 26 जनवरी 2001 को कच्छ में आया भूकंप पिछले दो शताब्दियों का तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था। इस भूकंप में कई कस्बे और गांव लगभग पूरी तरह से नष्ट हो गए थे, जिसमें लगभग 13,800 लोग मारे गए थे और 1.67 लाख लोग घायल हुए थे।
नेपाल में भी हाल ही में भूकंप आया था। 2 जनवरी 2024 को उत्तर नेपाल में 4.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया, जिसके झटके काठमांडू और आसपास के जिलों में महसूस हुए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान अनुसंधान केंद्र (एनएसआरसी) के अनुसार, यह भूकंप दोपहर 2 बजे आया और इसका केंद्र काठमांडू से 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित सिंधुपालचौक जिले में था। एनएसआरसी के रिकॉर्ड के मुताबिक, नेपाल में पिछले 20 दिनों में आठ भूकंप 3 तीव्रता से अधिक के दर्ज हुए हैं, जिनमें से यह नौवां था।