
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज चल रही है, जिसमें पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की। इस मैच में भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन विकेट झटके। चक्रवर्ती ने इस शानदार प्रदर्शन के बाद अपनी वापसी पर खुशी जाहिर की और शुक्रवार को कहा कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का स्तर आईपीएल के समान है, और क्रिकेटरों को टी20 फॉर्मेट में अपनी तैयारी को बेहतर बनाने के लिए इस घरेलू टूर्नामेंट में खेलना चाहिए।
चक्रवर्ती ने कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। दूसरे मैच से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि घरेलू क्रिकेट का स्तर बहुत ऊंचा है और यह आईपीएल तथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बराबर है। उन्होंने सभी को यह सलाह दी कि वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलें, क्योंकि इसमें छोटे मैदानों पर खेलने का अनुभव मिलता है, जो बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। चक्रवर्ती ने यह भी बताया कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी उनके लिए काफी कठिन होती है, लेकिन इस टूर्नामेंट ने उनके प्रदर्शन में काफी सुधार किया है। इस सीजन में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 18 विकेट और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सात मैचों में नौ विकेट चटकाए हैं।
टी20 क्रिकेट में अपनी तैयारियों के बारे में चक्रवर्ती ने बताया कि वह सबसे पहले बल्लेबाजों के वीडियो देखते हैं, ताकि यह समझ सकें कि वे शुरुआत में कैसे शॉट खेलते हैं और फिर बाद में उनका खेल किस तरह का होता है। वे यह भी ध्यान से देखते हैं कि बल्लेबाज कौन से नए शॉट्स खेल रहे हैं। चक्रवर्ती ने कहा कि पिच के आधार पर कुछ शॉट्स कारगर होते हैं, कुछ नहीं, और यही बात वह अपनी तैयारी में ध्यान में रखते हैं।
चक्रवर्ती ने अपनी तीन साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी पर हार न मानने की अपनी भावना साझा की। उन्होंने कहा कि 2021 में जब उन्हें बाहर किया गया, तो उस समय उन्होंने अपने खेल के मानसिक और तकनीकी पहलुओं पर काम करने का अच्छा मौका पाया। उन्होंने अपनी गेंदबाजी में कई बदलाव किए और अब वह हर मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं। चक्रवर्ती ने यह भी कहा कि गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव यह सुनिश्चित करते हैं कि खिलाड़ी बाहरी दबावों से मुक्त रहें और बाहरी आवाजों का असर उनके खेल पर न पड़े।