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दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब कुछ ही दिन रह गए हैं, लेकिन वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की समस्याएं बढ़ गई हैं। यमुना के पानी में जहर मिलाने के उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उन्हें दूसरा नोटिस भेजा है। आयोग ने केजरीवाल से कई सवाल किए हैं।
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में पूछा है कि पानी में जहर मिलाने की घटना कहां हुई, वह कौन सा जहर था, और जहर की पहचान करने के लिए कौन से उपाय किए गए। इसके अलावा, आयोग ने पांच और सवालों के साथ केजरीवाल से जवाब मांगा है। आयोग ने उन्हें 31 तारीख तक इन सवालों के जवाब देने के लिए कहा है।
चुनाव आयोग ने पत्र में यह भी लिखा है कि केजरीवाल को यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने के मुद्दे को पानी में जहर मिलाने के आरोपों से जोड़ने से बचना चाहिए। आयोग ने यह भी पूछा कि उनके आरोप पर कार्रवाई क्यों न की जाए, क्योंकि इससे समाज में तनाव और वैमनस्य फैलने की संभावना है।
इससे पहले, बुधवार को केजरीवाल ने आयोग को 14 पन्नों का जवाब भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका बयान दिल्ली में पेयजल की गुणवत्ता को लेकर उत्पन्न संकट के संदर्भ में था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान का उद्देश्य भाजपा शासित राज्यों से आने वाले पानी में विषाक्तता और प्रदूषण की गंभीरता को उजागर करना था, और यह उनका सार्वजनिक दायित्व था।