बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। उन्हें किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। साथ ही, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया है। इन दोनों को किन्नर अखाड़े से निष्कासित करने का निर्णय अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने लिया है।
शुक्रवार को अजय दास ने घोषणा की कि किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा। इसके तहत नए महामंडलेश्वर की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में ममता कुलकर्णी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान अपना पिंडदान कर संन्यास ग्रहण किया था। इसके बाद एक भव्य कार्यक्रम में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था, और उनका नया नाम ‘श्री यामाई ममता नंद गिरी’ रखा गया था।

हालांकि, ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था। सवाल उठ रहे थे कि एक स्त्री को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है। इस पर ममता ने सफाई देते हुए कहा था कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उनकी 23 साल की तपस्या को समझा और उनकी परीक्षा ली, जिसमें वह सफल रहीं। इसके बाद ही उन्हें महामंडलेश्वर बनने का अवसर मिला था।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि वह अब बॉलीवुड में वापस नहीं जाएंगी और अपने शेष जीवन में सनातन धर्म का प्रचार करेंगी। हालांकि, अब उन्हें पद से हटा दिया गया है और अखाड़े से भी निष्कासित कर दिया गया है

