
देश के उत्तरी राज्यों में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। फरवरी के महीने में गर्मी जैसी स्थिति बनती जा रही है। दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिससे दिल्ली-एनसीआर समेत कई मैदानी इलाकों में दोपहर के समय लोगों को पसीना आने लगा है। इस बदलते मौसम से लोग असमंजस में हैं कि वे अभी गर्म कपड़े, रजाई और कंबल रखें या नहीं।
इस बीच, मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल में पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके चलते मैदानी क्षेत्रों और पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है।
मौसम में हो रहे इस परिवर्तन को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि ठंड अब खत्म होने की कगार पर है। हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि एक बार फिर बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है, जिससे ठंड दोबारा लौट सकती है। अनुमान के मुताबिक, 8 से 12 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसी अवधि के दौरान सिक्किम, पूर्वोत्तर असम और अरुणाचल प्रदेश में भी वर्षा और हिमपात की संभावना जताई गई है। 11 और 12 फरवरी को गरज-चमक के साथ बारिश तेज हो सकती है, जबकि 12 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में मौसम साफ बना रहेगा। दिन में धूप खिली रहेगी और हल्का कोहरा भी छाया रह सकता है। फिलहाल, दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है। रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। राजधानी में ठंड धीरे-धीरे कम होती जा रही है।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान के कई हिस्सों में तथा दक्षिण बिहार और उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, मध्य और पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों तक तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद अगले चार दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखने को मिल सकती है। मध्य भारत के अधिकतम तापमान में भी अगले 24 घंटों तक कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन उसके बाद अगले चार दिनों के दौरान इसमें 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की संभावना है।