
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा का नेतृत्व अहम भूमिका निभा रहा है। हालांकि, इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद द्वारा दिए गए एक बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने रोहित शर्मा को “मोटा और अप्रभावी कप्तान” करार दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया है।
भाजपा का विरोध, तृणमूल कांग्रेस का समर्थन
कांग्रेस प्रवक्ता के इस बयान की भाजपा ने कड़ी आलोचना करते हुए इसे “बॉडी शेमिंग और अपमानजनक” बताया है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने कांग्रेस नेता के बयान का समर्थन किया और रोहित शर्मा की आलोचना करते हुए कहा कि, “कांग्रेस नेता ने जो कहा, वह सही है। रोहित शर्मा को टीम में होना ही नहीं चाहिए।”
शमा मोहम्मद का बचाव
अपने ट्वीट पर सफाई देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था। उन्होंने कहा, मैंने सिर्फ यह कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में रोहित शर्मा का वजन ज्यादा है, जो फिटनेस के मानकों के अनुसार सही नहीं है। यह बॉडी शेमिंग नहीं है। मैंने उनकी कप्तानी की तुलना पहले के कप्तानों से की थी। विराट कोहली जब मोहम्मद शमी के साथ खड़े थे, तब भाजपा ने उन पर हमला क्यों किया था? विराट एक बेहतरीन कप्तान थे, जो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते थे और खुद भी शानदार प्रदर्शन करते थे। प्रधानमंत्री भी फिट इंडिया की बात करते हैं, इसलिए एक खिलाड़ी को फिट रहना जरूरी है।”
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा,
“कांग्रेस ने हमेशा भारतीय खिलाड़ियों का अपमान किया है। यह बयान कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी की सोच से प्रेरित कांग्रेस भारत की क्रिकेट टीम पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस को भारत से नफरत है, यह मोहब्बत की नहीं, नफरत की दुकान चला रही है।”
भाजपा नेता राधिका खेड़ा ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा,
“कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा रोहित शर्मा की बॉडी शेमिंग करना सरासर दुस्साहस है। कांग्रेस वही पार्टी है, जिसने दशकों तक खिलाड़ियों को उचित सम्मान नहीं दिया और अब एक क्रिकेट दिग्गज का अपमान कर रही है। भाई-भतीजावाद पर फलने-फूलने वाली कांग्रेस अब स्व-निर्मित चैंपियन को लेक्चर दे रही है?”
रोहित शर्मा को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता के बयान ने खेल और राजनीति को एक बार फिर आमने-सामने ला दिया है। जहां भाजपा इसे “बॉडी शेमिंग और अपमान” बता रही है, वहीं तृणमूल कांग्रेस इसे सही करार दे रही है। यह विवाद अब सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बड़ा विषय बन चुका है।