
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को अपना जन्मदिन भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों के साथ मनाया। उन्होंने जैसलमेर के प्रसिद्ध तनोट माता मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की और सैनिकों की सुरक्षा व देश की रक्षा के लिए शत्रु विनाशक यज्ञ का आयोजन करवाया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की भी प्रार्थना की। उनके साथ जैसलमेर के विधायक छोटू सिंह भाटी और पोकरण के विधायक प्रताप पुरी महाराज भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर राजे ने कहा, “मातेश्वरी तनोट राय के आशीर्वाद से कमल खिलता रहे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का जनाधार बढ़ता रहे और मेरी मां राजमाता द्वारा शुरू की गई विचारधारा की ज्योति और अधिक प्रज्वलित हो।” उनके अचानक तनोट पहुंचने की खबर मिलते ही भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में वहां एकत्रित होकर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंचे।
कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए राजे ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्धों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने इन युद्धों के दौरान तनोट माता मंदिर पर हमला करने का प्रयास किया था, लेकिन दोनों बार उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा।
प्रदेशभर में मनाया गया जन्मदिन
राजस्थान के विभिन्न जिलों में भी वसुंधरा राजे का जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह गायों को चारा खिलाया, अस्पतालों में मरीजों को फल वितरित किए, सुंदरकांड का पाठ करवाया और महिलाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी वसुंधरा राजे को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।