
येरुशलम: इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में अपने हमले और तेज कर दिए हैं और अब और गहराई तक प्रवेश कर चुकी है। इस दौरान, उसने युद्धग्रस्त क्षेत्र के इकलौते कैंसर अस्पताल को भी नष्ट कर दिया है। इजरायल के ताजा हमलों से गाजा में भारी तबाही मची हुई है। बीते चार दिनों में इजरायली हमलों में 500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इजरायली नेतृत्व का कहना है कि जब तक हमास अपने कब्जे में लिए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं करता, तब तक वे गाजा में और अधिक इलाकों पर कब्जा करते रहेंगे।
जिस अस्पताल को इजरायली सेना ने निशाना बनाया, वह नेतजारिम कॉरिडोर में स्थित था, जो गाजा को विभाजित करता है। इजरायल ने हमास के साथ युद्धविराम समाप्त होते ही इस क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण कर लिया। इस युद्धविराम के कारण जनवरी के अंत से गाजा में कुछ हद तक शांति बनी हुई थी और दो दर्जन से अधिक बंधकों की रिहाई संभव हो पाई थी। इजरायली सेना का कहना है कि तुर्की-फिलिस्तीनी मैत्री अस्पताल में हमास के लड़ाके सक्रिय थे और वहीं से वे अपनी गतिविधियाँ चला रहे थे, इसलिए सेना ने इसे निशाना बनाया।
तुर्की ने हमले की आलोचना की
अस्पताल के ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. ज़की अल-जकजूक के अनुसार, युद्धविराम के दौरान चिकित्सकों की एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया था। उस समय वहां कुछ क्षति तो थी, लेकिन कई चिकित्सा सुविधाएं अभी भी कार्यरत थीं। उन्होंने अपने बयान में कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि एक अस्पताल को बम से उड़ाने से क्या हासिल होगा?”
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे अस्वीकार्य करार दिया है।