
राजस्थान की राजधानी जयपुर में गुरुवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जहां कलेक्ट्रेट कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह धमकी ई-मेल के जरिए भेजी गई थी, जिससे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आईं
जैसे ही यह सूचना मिली, पुलिस, बम निरोधक दस्ते और एटीएस टीम तुरंत कलेक्ट्रेट पहुंची और पूरे परिसर की गहन तलाशी शुरू कर दी। सुरक्षा कारणों से भवन को खाली कराया गया और आम जनता का प्रवेश रोक दिया गया। अधिकारियों ने हर कमरे, गलियारे और कोने की बारीकी से जांच की।
डीसीपी अमित बुडानिया ने जानकारी दी कि जिलाधिकारी कार्यालय को एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें बम विस्फोट की चेतावनी दी गई थी। उन्होंने बताया कि चार टीमें तलाशी अभियान में लगी थीं और पूरी जांच के बाद ही स्थिति सामान्य की गई।
धमकी निकली फर्जी, पुलिस कर रही जांच
करीब दो घंटे तक चली गहन जांच के बाद कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि धमकी झूठी थी। इसके बाद कार्यालय को दोबारा खोल दिया गया और कर्मचारियों को प्रवेश की अनुमति दे दी गई।
अब पुलिस और साइबर विशेषज्ञ धमकी देने वाले व्यक्ति की तलाश में जुटे हैं। चूंकि कलेक्ट्रेट के पास ही जिला अदालत और मिनी सचिवालय स्थित हैं, इसलिए प्रशासन कोई भी जोखिम लेने के मूड में नहीं था। सुरक्षा एजेंसियां ईमेल भेजने वाले की पहचान करने में लगी हैं ताकि जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ा जा सके।