
जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में स्थित बर्फीली पहाड़ियों के बीच भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन छत्रू’ के तहत एक बड़े आतंकरोधी अभियान को अंजाम देते हुए एक आतंकी को मार गिराया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और सर्द मौसम के बावजूद सेना ने यह कार्रवाई बेहद साहस और रणनीति के साथ पूरी की। सेना ने इस ऑपरेशन की जानकारी अपने ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स’ नामक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट के जरिए दी है, जिसमें तलाशी अभियान की दो तस्वीरें भी साझा की गई हैं।
सेना ने बताया कि उन्हें खुफिया एजेंसियों से पुख्ता सूचना मिली थी, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर 9 अप्रैल को किश्तवाड़ जिले के छत्रू जंगल क्षेत्र में संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। इसी दिन देर शाम आतंकियों से आमना-सामना हुआ, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। जवानों ने इलाके को घेरकर जवाबी कार्रवाई की और एक आतंकी को मार गिराया। सेना ने कहा कि प्रतिकूल मौसम और दुर्गम क्षेत्र के बावजूद अभियान जारी है और सैनिक पूरी मुस्तैदी से तैनात हैं।
उधर, किश्तवाड़ और उधमपुर जिलों में भी सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि बुधवार को जोफर-मार्टा पट्टी (उधमपुर) और नैदगाम-छत्रू (किश्तवाड़) क्षेत्रों में आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई, जिसके बाद दोनों इलाकों में रातभर घेराबंदी की गई। गुरुवार सुबह होते ही तलाशी अभियान दोबारा शुरू किया गया। दो से तीन आतंकियों को घेर लेने की खबर है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
किश्तवाड़ के SSP आमोद अशोक नागपुरे ने बताया कि इलाके की भौगोलिक स्थिति जैसे ऊंचे पहाड़, नदियाँ और घने जंगल तलाशी अभियान को और चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकी वन क्षेत्रों में छिपे हुए हैं और उनकी धरपकड़ के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई है।
गौरतलब है कि 24 मार्च से कठुआ जिले के सान्याल क्षेत्र में शुरू हुए ऑपरेशन के बाद से अब तक तीन मुठभेड़ हो चुकी हैं। 27 मार्च को हुई एक मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे, वहीं चार पुलिसकर्मियों की भी जान चली गई थी। तब से लेकर अब तक सुरक्षा बल आतंकियों की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए हैं और अलग-अलग इलाकों में अभियान चलाए जा रहे हैं।