
बिहार के हाजीपुर स्थित सरकारी अस्पताल से एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। आरोप है कि यहां के डॉक्टरों ने पैसों के लालच में एक हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से छेड़छाड़ कर दी। इस मामले में दो डॉक्टरों सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है मामला?
वैशाली पुलिस के अनुसार, सदर अस्पताल के डॉक्टर सोनू कुमार, निजी अस्पताल नारायणी हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर समीर कुमार और उसके साले मनीष कुमार पर संगीन आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि मीना देवी नामक महिला की हत्या 1 अप्रैल को रस्सी से गला घोंटकर कर दी गई थी।
मीना देवी के बेटे, सेना में कार्यरत जितेंद्र महतो ने जब अपनी मां की मौत का पोस्टमार्टम कराया, तो रिपोर्ट में ‘हार्ट अटैक’ लिखा गया। लेकिन बाद में सामने आया कि डॉक्टर ने रिश्वत न मिलने पर जानबूझकर रिपोर्ट को गलत बनाया।
जांच में सामने आया कि डॉक्टर सोनू कुमार ने 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, और पैसा नहीं मिलने पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की जगह हार्ट अटैक की वजह लिख दी। इस घोटाले का एक ऑडियो क्लिप भी सामने आया है, जो रिश्वत की मांग को साबित करता है।
एसडीपीओ सदर ओमप्रकाश ने बताया कि काजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और सभी सबूतों की गहनता से जांच की जा रही है।
हत्या का असली मामला
जांच में यह भी सामने आया कि मीना देवी की हत्या उनकी बहू प्रिया राज ने अपने प्रेमी मिलन कुमार के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने इस मामले में प्रिया राज और मिलन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यह मामला एक ओर जहां मेडिकल सिस्टम की गिरती साख को उजागर करता है, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार और नैतिक पतन की भयावह तस्वीर पेश करता है।