
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में एलजी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आतंकियों के साथ-साथ उनके नेटवर्क, ढांचे और समर्थन तंत्र को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि आतंकी चाहे जहां भी छिपे हों, उन्हें ढूंढकर उनके कृत्य की सख्त सजा दी जाए। नागरिकों पर इस तरह के कायराना हमलों की भारी कीमत आतंकियों को चुकानी पड़ेगी।
इस उच्चस्तरीय बैठक में सेना प्रमुख के अलावा जीओसी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचींद्र कुमार, डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और जीओसी 15 कोर लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव भी मौजूद थे। बैठक में राज्य की मौजूदा सुरक्षा स्थिति, सैन्य अभियानों की समीक्षा, सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई।
एलजी सिन्हा ने कहा कि देश को अपनी सेना, पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की वीरता और कुशलता पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, “जो भी व्यक्ति या संगठन इस हमले में शामिल है या आतंकियों की मदद कर रहा है, उसे सजा जरूर मिलेगी। हमारे नागरिकों पर हुए इस नृशंस हमले का जवाब पूरी ताकत से दिया जाएगा।”
इस बीच, बांदीपोरा जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। कुलनार इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी अल्ताफ लल्ली को मार गिराया गया। ऑपरेशन के दौरान सेना के दो जवान भी घायल हो गए हैं। सुरक्षाबलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बार फिर साबित हुआ है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगा।