पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात और ज्यादा तनावपूर्ण हो गए हैं। इस बीच कुछ खबरों में दावा किया गया कि तुर्किए पाकिस्तान को हथियार और गोला-बारूद भेज रहा है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि तुर्किए का एक C-130E हरक्यूलिस विमान कराची में उतरा, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि यह पाकिस्तान को सैन्य मदद पहुंचाने के लिए आया था।
तुर्किए की सफाई
हालांकि तुर्किए सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। सरकारी अधिकारियों ने साफ किया कि उन्होंने कोई हथियार से लदा काफिला नहीं भेजा है। तुर्किए के अनुसार, उनका सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट विमान था जो ईंधन भरने के लिए पाकिस्तान में रुका था और फिर अपने तय रास्ते पर रवाना हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं कि छह हथियारों से भरे विमान पाकिस्तान भेजे गए, वे पूरी तरह निराधार हैं।
भारत की प्रतिक्रिया
उधर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाया है। भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से रोक दिया है और कई पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश वापस भेजा जा रहा है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “भारत हर उस व्यक्ति की पहचान करेगा जो आतंकवाद में शामिल है या उसे समर्थन देता है। हम उन्हें खोज निकालेंगे और कड़ी सजा देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम उन्हें दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढकर लाएंगे।”

