नागपुर: महाराष्ट्र सरकार ने ऐतिहासिक पहल करते हुए लंदन की एक अंतरराष्ट्रीय नीलामी में मराठा योद्धा रघुजी भोसले प्रथम की स्वर्णजड़ित तलवार को 47.15 लाख रुपये में खरीदा है। यह तलवार अब महाराष्ट्र लाई जाएगी, जिससे मराठा विरासत को एक बार फिर नया जीवन मिलेगा।
इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि 1817 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने नागपुर पर हमला कर रघुजी भोसले का खजाना लूट लिया था। इसी लूट में उनके पास से यह बहुमूल्य तलवार भी जब्त कर इंग्लैंड भेज दी गई थी। वर्षों बाद, यह तलवार लंदन के प्रसिद्ध सोथबीज नीलामी केंद्र में बिक्री के लिए रखी गई। जैसे ही यह खबर नागपुर पहुँची, भोसले राजघराने और मराठा समाज में भारी उत्साह और भावनात्मक उबाल देखने को मिला।
राजघराने के वंशज मुधोजी भोसले ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री को पत्र भेजकर तलवार को भारत लाने की अपील की। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तत्काल पहल करते हुए इसे सरकार की ओर से खरीदने का निर्णय लिया। तलवार की खरीद एक मध्यस्थ के माध्यम से की गई और इसके लिए राज्य सरकार ने राशि भी स्वीकृत की है।
रघुजी भोसले, जिन्होंने 1740 में बंगाल और उड़ीसा तक मराठा साम्राज्य का विस्तार किया था, की यह तलवार मराठा शस्त्रकला का अद्भुत उदाहरण मानी जाती है। उन्होंने दक्षिण भारत में भी अपना सैन्य प्रभुत्व स्थापित किया था। इस तलवार की वापसी मराठा इतिहास के सम्मान की पुनःस्थापना मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, 29 अप्रैल को तड़के 1.50 बजे मुधोजी भोसले और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच फोन पर इस विषय में चर्चा हुई थी, जिसके बाद इसे आगे बढ़ाया गया।

