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पाकिस्तान का एक और बड़ा झूठ सामने आया, मरियम नवाज ने घायल सैनिकों से मुलाकात की

भारत के साथ हालिया सैन्य झड़प को लेकर पाकिस्तान की सरकार और सेना लगातार भ्रामक और झूठे बयान दे रही है। जहां प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हालात की गंभीरता को नजरअंदाज कर उत्सव मनाते नजर आ रहे हैं, वहीं पाकिस्तान की सेना भी जमीनी सच्चाई से दूर, मनगढ़ंत दावे कर रही है। भारत के जवाबी हमलों में मारे गए या घायल हुए सैनिकों की सही संख्या अभी तक पाकिस्तान ने सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज के एक सैन्य अस्पताल दौरे ने स्थिति की गंभीरता को उजागर कर दिया है।

मरियम नवाज ने सोमवार को लाहौर स्थित कंबाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल (CMH) का दौरा किया और भारत के साथ हालिया टकराव में घायल हुए सैनिकों और सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की। एक वायरल वीडियो में मरियम को सर्जिकल वार्ड में भर्ती घायलों की हालत जानने और उनका हौसला बढ़ाते हुए देखा गया। इससे पहले पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भी इन्हीं सैनिकों से मुलाकात की थी।

झूठे दावे और दिखावा, जमीनी हकीकत अलग
पाकिस्तान सरकार और सेना जहां अपनी जीत के दावे कर रही हैं, वहीं हकीकत कुछ और ही है। इस बीच, मुंबई हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद से जुड़े संगठन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) ने लाहौर के लिबर्टी चौक पर ‘विजय मार्च’ निकाला। यह मार्च ऐसे समय निकाला गया जब पाकिस्तान को लड़ाई में अपने कई एयरबेस खोने पड़े, आतंकी ठिकाने तबाह हुए और 100 से अधिक आतंकियों का सफाया हो गया। इसके बावजूद पाकिस्तान जश्न मनाने का नाटक कर रहा है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत के सटीक हमले
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक और भारी हमले किए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8 से 10 मई के बीच भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। 4 दिनों तक चले ड्रोन और मिसाइल हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। आखिरकार, पाकिस्तान ने भारत से संघर्ष रोकने की अपील की, जिसके बाद दोनों देशों के DGMO की बातचीत से युद्धविराम लागू किया गया।

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